Saturday 28 September 2013

तुम
नहीं कह सकते
कि मुझ से प्रेम है
बातों में उलझा
सकते हो बस
प्रेम में तुम क़सीदे
ही पढ़ो
मेरी आँखे
तुम कभी नहीं पढ़
सकते .....

2 comments:

  1. वाह... वाह...
    मेरी आँखे 'सोती सुंदरी' है ना...
    फिर भी कोशिश जारी है...

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  2. शुक्रिया मानव .... :)

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