डूबना तेरे ख्यालों में खुशनुमा लगता है
तेरी यादों से बिछड़ना अब सजा लगता है
क्यों क़दम मेरे तेरी और खिंचे आते हैं
तेरे दिल का कोई दरवाज़ा खुला लगता है
जब तेरा ही ख्वाब हो मेरी पलकों में
तो दिल का धड़कना भी निगाहों को बुरा लगता है
लड़खड़ा जाते क़दम साँस होती बेकाबू
जब शहर में तेरे आने का पता लगता है
आँख नम हुई लब हुए अंगारे
तूने कानों में कोई बात कही लगता है
ऐ हम नफ्ज़ मेरे बहुत है जहाँ में चाहने वाले लेकिन
तेरा अंदाज़ ज़माने में सबसे जुदा लगता है ........पियु
तेरी यादों से बिछड़ना अब सजा लगता है
क्यों क़दम मेरे तेरी और खिंचे आते हैं
तेरे दिल का कोई दरवाज़ा खुला लगता है
जब तेरा ही ख्वाब हो मेरी पलकों में
तो दिल का धड़कना भी निगाहों को बुरा लगता है
लड़खड़ा जाते क़दम साँस होती बेकाबू
जब शहर में तेरे आने का पता लगता है
आँख नम हुई लब हुए अंगारे
तूने कानों में कोई बात कही लगता है
ऐ हम नफ्ज़ मेरे बहुत है जहाँ में चाहने वाले लेकिन
तेरा अंदाज़ ज़माने में सबसे जुदा लगता है ........पियु
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